लद्दाख आंदोलन: सोनम वांगचुक की रिहाई और NSA पर घिरती सरकार
SKM ने की NSA हटाने और सोनम वांगचुक की तत्काल रिहाई की मांग, केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ा

SKM ने की NSA हटाने और सोनम वांगचुक की तत्काल रिहाई की मांग, केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ा
लद्दाख में जारी आंदोलन ने नया मोड़ ले लिया है। जाने-माने पर्यावरण कार्यकर्ता और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगाने के फैसले के बाद विपक्ष और किसान संगठनों ने सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने साफ कहा है कि सरकार को तुरंत सोनम वांगचुक को रिहा करना चाहिए और NSA जैसे कठोर कानून को वापस लेना चाहिए। SKM का कहना है कि यह गिरफ्तारी लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है और लोगों की आवाज़ को दबाने की कोशिश है।
वांगचुक पर आरोप है कि उन्होंने हाल ही में आयोजित प्रदर्शनों और लद्दाख में राज्य सम्मेलन की मांग से जुड़े विरोध को समर्थन दिया था। केंद्र सरकार का तर्क है कि हाल की घटनाओं ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए NSA का इस्तेमाल करना पड़ा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
- कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।
- बीजेपी का कहना है कि कानून-व्यवस्था के मद्देनज़र यह कदम उठाना ज़रूरी था।
लद्दाख की जनता और छात्र संगठनों का कहना है कि राज्य सम्मेलन की मांग और रोजगार से जुड़े मुद्दों को लेकर उनकी आवाज़ को बलपूर्वक दबाना सही नहीं है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार आगे क्या फैसला लेती है।