कटक में दुर्गा पूजा हिंसा और VHP का बंद आह्वान
दो गुटों में झड़प, डीसीपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल; प्रशासन ने इंटरनेट बंद व सुरक्षा बढ़ाई

दो गुटों में झड़प, डीसीपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल; प्रशासन ने इंटरनेट बंद व सुरक्षा बढ़ाई
ओडिशा के कटक (Cuttack) शहर में दुर्गा पूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन की प्रक्रिया हिंसक झड़पों में बदल गई। इस घटना के बाद Vishwa Hindu Parishad (VHP) ने सोमवार को 12 घंटे का बंद बुलाया है, ताकि प्रशासन की “लापरवाही” पर लोगों का ध्यान खींचा जा सके।
घटना कैसे हुई
- विवाद की शुरुआत रात करीब 1:30 बजे से 2:00 बजे के बीच हुई जब विसर्जन रथ धारा
Daragh Bazaar → Kathajodi नदी
की ओर बढ़ रहा था। - स्थानीय लोगों ने उच्चध्वनि (high-decibel) संगीत बजाने पर आपत्ति जताई। इसे लेकर छोटा विवाद बढ़ गया और पत्थर फेंके जाने लगे।
- पत्थरबाज़ी, शीशे की बोतलें और टकराव का सिलसिला शुरू हो गया। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कई वाहनों और स्टॉलों को क्षति पहुंची।
- कटक के DCP Khilari Rishikesh Dnyandeo समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
प्रशासन की प्रतिक्रियाएँ और नियंत्रण उपाय
- घटना के बाद प्रशासन ने 24-घंटे इंटरनेट व सोशल मीडिया सेवाएँ बंद कर दीं ताकि अफवाहें और भड़काऊ संदेश न फैल सकें।
- 13 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रोहीबिटरी आदेश (प्रारंभिक गिरफ्तारी व ज्यादतियों पर रोक) लागू किए गए।
- विशेष सुरक्षा बल, ड्रोन सर्विलांस और CCTV कैमरों का उपयोग कर इलाके की निगरानी बढ़ाई गई।
- मुख्यमंत्री मोहन चरण मझी ने शांति बनाए रखने की अपील की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
VHP का बंद आह्वान और आरोप
- VHP ने अस्पताल और अन्य सामाजिक निकायों पर आरोप लगाया कि प्रशासन ने विसर्जन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पहले से नहीं की।
- उन्होंने डीसीपी और जिला कलेक्टर को हटाने की मांग की है।
- बंद का समय सुबह से शाम तक (दोपहर तक) तय किया गया है, ताकि शांतिपूर्ण विरोध हो सके।
शहर में तनाव बढ़ गया है, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती अधिक हुई।
इंटरनेट, सोशल मीडिया और परिवहन सेवाओं पर प्रभाव पड़ा।
लोगों को डर है कि धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान ऐसी घटनाएँ साम्प्रदायिक तनाव में बदल सकती हैं।
कोर्ट और प्रशासन पर दबाव है कि वह निष्पक्ष जांच करें और दोषियों को दंडित हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कटक में हुई दुर्गा विसर्जन हिंसा न केवल एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, बल्कि यह प्रशासन, सुरक्षा व्यवस्था और धार्मिक आयोजनों के प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाती है। VHP द्वारा बुलाया गया बंद यह दर्शाता है कि लोग अपने सुरक्षात्मक अधिकारों और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। अब ज़रूरी है कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष न्याय हो ताकि भरोसा बहाल हो सके।