
डॉक्टर्स की चेतावनी — गिलोय (Guduchi) का अधिक सेवन लीवर को कर सकता है नुकसान
आयुर्वेद में गिलोय (Guduchi) को सेहत का अमृत माना जाता है। सर्दी-जुकाम, बुखार, डायबिटीज़, इम्यूनिटी और पाचन से जुड़ी बीमारियों में इसके फायदे अक्सर बताए जाते हैं। लेकिन हाल ही में विशेषज्ञों ने गिलोय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
लखनऊ और दिल्ली के कई हेपेटोलॉजिस्ट (लिवर विशेषज्ञ) का कहना है कि गिलोय का ज़्यादा या लंबे समय तक सेवन लीवर पर भारी असर डाल सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, गिलोय से लिवर एंज़ाइम्स बढ़ने, फैटी लिवर और लिवर डैमेज जैसे मामले सामने आए हैं।
विशेषज्ञों की राय:
- डॉक्टरों का कहना है कि गिलोय हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं है।
- जिन लोगों को पहले से लिवर की समस्या है, उन्हें इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाएँ और बच्चे भी गिलोय का सेवन करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।
क्यों उठे सवाल?
- भारत में COVID-19 महामारी के दौरान गिलोय को इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में बहुत लोकप्रियता मिली थी।
- लोग बिना मापदंड जाने लंबे समय तक इसका सेवन करने लगे।
- अब स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे हैं कि uncontrolled use खतरनाक हो सकता है।
आयुर्वेदिक दृष्टिकोण:
- आयुर्वेदाचार्यों का मानना है कि गिलोय का सही मात्रा में और सही तरीके से सेवन करने पर यह बेहद फायदेमंद है।
- समस्या तब होती है जब लोग इसे बिना मार्गदर्शन और अत्यधिक मात्रा में लेते हैं।
निष्कर्ष:
गिलोय न तो पूरी तरह हानिकारक है और न ही बिना सीमा के फायदेमंद। सही मात्रा और सही सलाह के साथ लिया जाए तो यह सेहत के लिए लाभकारी है। लेकिन इसकी सुरक्षा पर उठे सवाल यह याद दिलाते हैं कि किसी भी हर्बल दवा का सेवन सोच-समझकर और डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।