
CIDSCON 2025 सम्मेलन में खुलासा – एंटीबायोटिक का अनियंत्रित इस्तेमाल बना बड़ा खतरा
मुंबई में आयोजित CIDSCON 2025 सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एक गंभीर रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि भारत में हर साल लगभग 3 लाख लोग एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी संक्रमण (AMR) की वजह से जान गंवा रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, एंटीबायोटिक का अनियंत्रित और बार-बार इस्तेमाल बैक्टीरिया को इतना मजबूत बना रहा है कि सामान्य दवाइयाँ अब उन पर असर नहीं कर पा रही हैं। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले वर्षों में यह समस्या महामारी का रूप ले सकती है।
CIDSCON 2025 सम्मेलन – मुंबई में आयोजित, जिसमें देश-विदेश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
चौंकाने वाला खुलासा – भारत में हर साल करीब 3 लाख मौतें AMR से जुड़ी पाई गईं।
मुख्य कारण – एंटीबायोटिक का गलत उपयोग, अधूरी खुराक लेना, और बिना डॉक्टर की सलाह के दवा लेना।
विशेषज्ञों की चेतावनी – अगर AMR पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो साधारण संक्रमण भी जानलेवा बन सकते हैं।
समाधान की दिशा – डॉक्टर की सलाह से दवाओं का उपयोग, स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करना और नई दवाओं पर रिसर्च।